सुबह
हर रफ़्तार हर रूप में
चेहरा कुछ कहता हुआ दीखता है।
कोई नार्थ जाता है तो कोई साउथ
कुछ चपर -चपर करतें हैं
तो कुछ बैठे हैं विथ अ शट माउथ
पर हर चेहरा कुछ कहता हुआ दीखता है
कान बंद हैं हेलमेट से, स्कार्फ से, या फिर इअर प्लग से
पर कार के, स्कूटर के और बस के हॉर्न से खूब बातें करते हैं
मुझे पहले जाना है. थोडा साइड दो, अबे खिसक ऐसा बोलते है
इस भीड़ में और फुल स्पीड में
हर चेहरा कुछ कहता हुआ दीखता है